"I Love Muhammad" बैनर विवाद: पुलिस ने घरों से पोस्टर हटाए और लोगों को धमकाया!

क्या i love Muhammad लिखना गुनाह है? मेरठ पुलिस की करवाई से मचा हंगामा 

उत्तर प्रदेश में “I Love Muhammad” पोस्टर विवाद थामने का नाम नहीं ले रहा है। एक ओर जहां राज्य के कई जिलों में यह मुद्दा धीरे-धीरे तूल पकड़ चुका है, वहीं दूसरी ओर मेरठ जिले से एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसने सोशल मीडिया पर नई बहस छेड़ दी है।

फ़ोटो एडिटेड और AI द्वारा निर्मित है

बताया जा रहा है कि मेरठ के मवाना क्षेत्र में पुलिसकर्मी मुस्लिम समुदाय के घरों के बाहर लगे “I Love Muhammad” बैनर और पर्चे जबरन हटाते हुए नजर आ रहे हैं। वायरल वीडियो में साफ देखा और सुना जा सकता है कि पुलिस न केवल पर्चे उखाड़ रही है, बल्कि घरों में मौजूद लोगों को डरा भी रही है।

वीडियो में एक पुलिसकर्मी दरवाजे पर चिपके पोस्टर को हटाते हुए कहता सुनाई देता है,

"मना किया हूं उसके बाद भी तुमने लगाया है भाई, किसके घर हैं? इनके नाम नोट करो। बाहर आओ तुम लोग! मना किया फिर भी ऐसे काम कर रहे हो जैसे पता नहीं क्या लाभ हो जाएगा इनको। इनके नाम नोट कर लो जितने भी लोग हैं ये, तुम्हारा दिमाग खराब है सांप्रदायिकता बढ़ाना चाहते हो तुम लोग"
- वीडियो में पुलिस

पुलिस की यह सख़्ती और भाषा देखकर सोशल मीडिया पर लोग गुस्से में अपनी अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। कई मुस्लिम सोशल मीडिया यूजर्स का कहना है कि “I Love Muhammad” किसी समुदाय विरोधी या भड़काऊ नारा नहीं है, बल्कि यह उनके धार्मिक प्रेम और आस्था का दिखाने का एक तरीका मात्र है ऐसे में घर या मस्जिद पर इस तरह का बैनर लगाना किसी अपराध की श्रेणी में नहीं आता है। 

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हालांकि दूसरी ओर बरेली रेंज के डीआईजी (DIG) अजय कुमार साहनी ने अपने बयान में कहा है:


“जो लोग अपने घरों, मस्जिदों या ईदगाहों पर ‘I Love Muhammad’ के बैनर या पोस्टर लगाना चाहते हैं, वे इसके लिए पूरी तरह स्वतंत्र हैं।”
- अजय कुमार साहनी (DIG)

अब इस बयान के बाद सवाल उठ रहा है कि जब उच्च अधिकारी खुद कह रहे हैं कि किसी को ऐसा बैनर लगाने से नहीं रोका जा सकता, तो फिर मेरठ पुलिस ने ऐसा कदम क्यों उठाया? क्या यह आदेश स्थानीय स्तर पर दिया गया था या फिर पुलिसकर्मियों ने अपनी ओर से ऐसा करने का निर्णय लिया?

मुस्लिम समाज के लोगों का कहना है कि यह कार्रवाई न केवल अनुचित है बल्कि समुदाय में भय और असंतोष भी फैला रही है। अब देखना होगा कि (DIG) के बयान की तरह मेरठ पुलिस अपने इस रवैये पर भी कोई सफाई देती है या नहीं। फिलहाल सोशल मीडिया पर लोग इसको लेकर अलग अलग बात रख रहे है जबकि इस वीडियो को X (पूर्व में ट्विटर) पर @TheMuslim786 नाम के यूजर द्वारा शेयर किया गया है

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